मणिपुर में गंभीर संक्रामक बीमारी अफ्रीकी स्वाइन बुखार के संक्रमण का पता चला है। इससे पहले सितंबर 2020 के दौरान असम में भी इस बीमारी के कारण हजारों सूअरों की मौत हुई थी।
क्या है अफ्रीकी स्वाइन बुखार (African Swine Fever-ASF)?
अफ्रीकी स्वाइन बुखार (एएसएफ) घरेलू और जंगली सूअरों को प्रभावित करने वाला एक गंभीर वायरल रोग है। यह रोग पोर्क (सूअर मांस) के उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित करता है; इससे संक्रमित होने वाले सूअर को आमतौर पर तीव्र रक्तस्रावी बुखार होता है; और इस रोग से संक्रमित सूअर की मौत हो जाती है।
यह एसफेरविरिडे (Asfarviridae) परिवार के एक बड़े डीएनए वाले वायरस के कारण होता है;। इस रोग में पशु की उत्पादकता ना केवल प्रभावित होती है; बल्कि इससे पशुधन की मृत्यु भी हो जाती है।
अफ्रीकी स्वाइन फ्लू एएसएफ विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (OIE) के पशु स्वास्थ्य कोड में सूचीबद्ध एक ऐसी बीमारी है; जिसके संदर्भ में तुरंत OIE को सूचना देना आवश्यक है।
बीमारी का प्रसार
यह एक प्रकार का ट्रांसबाउंड्री एनिमल डीसीज (TAD)है; जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर जीविन या मृत संक्रमित सूअरों या उनके मांस के माध्यम से ही फैलती है।
चूंकि एएसएफ के उच्च पर्यावरणीय प्रतिरोधी होने के कारण इस बीमारी का संचरण दूषित खाद्य (पोर्क) और फोमाइट्स (गैर-जीवित वस्तुओं) जैसे जूते, कपड़े, वाहन, चाकू या अन्य उपकरण आदि के माध्यम से भी हो सकता है।
उपचार
इस बीमारी के उपचार के लिए अभी तक कोई वैध टीका विकसित नहीं किया गया है।
अफ्रीकी स्वाइन बुखार मनुष्यों को प्रभावित नहीं करता है; लेकिन सूअरों के लिए यह अत्यधिक विनाशकारी होता है। भारत में सितंबर 2020 के दौरान ही पहली बार इस बीमारी पता चला था और उस दौरान असम में 17000 से ज्यादा सूअरों और अरुणाचल प्रदेश में 4500 से ज्यादा सूअरों की मौत हुयी थी।
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