फाइव आइज गठबंधन (Five Eyes) क्या है?

फाइव आइज गठबंधन (Five Eyes Alliance) की जानकारी

फाइव आइज गठबंधन (Five Eyes) क्या है?

“Five Eyes-फाइव आइज” पांच देशों को एक प्रभावशाली ख़ुफ़िया नेटवर्क है; इसमें आस्‍ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, न्‍यूजीलैंड और अमेरिका शामिल है। “फाइव आइज” में इन पांचों देशों के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध है; इसके साथ इन देशों में बोली जाने वाली साझी अंग्रेजी भाषा भी इन पांचों देशों को साथ लाती है।

फाइव आईज गठबंधन की उत्पत्ति की पृष्ठभूमि ‘अटलांटिक चार्टर’ में देखी जा सकती है जिसे विश्व युद्ध के बाद मित्र देशों के साझे लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अगस्त 1941 में जारी किया गया था; हालांकि इस ख़ुफ़िया गठबंधन की औपचारिक शुरुआत 1946 में दूसरे विश्वयुद्ध के पश्चात् हुई थी।

इस गठबंधन का प्रमुख उद्देश्य चीन, उत्तरी कोरिया और रूस पर नजर रखना; और उससे जुड़ी ख़ुफ़िया जानकारियों को आपस में साझा करना है।

हालिया मुद्दे

जापान ने इस संगठन में शामिल किए जाने की इच्छा व्यक्त है। इससे पहले दिसंबर 2019 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए अमेरिकी कांग्रेस समिति ने इस गठबंधन में भारत, जापान और दक्षिण कोरिया को शामिल करने की सिफ़ारिश की थी।

जापान के ‘फाइव आइज’ (Five Eyes) गठबंधन में शामिल होने के मायने

Japan की भौगोलिक अवस्थिति और तकनीकी श्रेष्टता जापान के ‘फाइव आइज’ में शामिल होने के दावे को मजबूत करती है। जापान भौगोलिक रूप से चीन, उत्तरी कोरिया और रूस तीनों देशों के नजदीक है; इसलिए इन देशों की ख़ुफ़िया जानकारी प्राप्त करने में जापान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

हालांकि जापान का इस समूह में शामिल होना इतना आसान भी नहीं है; क्योंकि जापान के पास कोई विशेषीकृत ख़ुफ़िया एजेंसी नहीं है जैसे अमेरिका की CIA और ब्रिटेन की MI6 है। इसके अलावा जापान ख़ुफ़िया जानकारी को साझाकरण को लेकर कोई विशेष नियम भी नहीं है। जापान को अपने नागरिकों और व्यवसायियों, जिन पर उसे विश्वास होता है; के साथ अभी ख़ुफ़िया जानकारी को साझा कर देता है।

इसलिए जापान को फाइव आइज समूह में शामिल होने के लिए इस दिशा में कुछ सुधार करने होंगे; एक बार जापान इस फाइव आइज समूह में शामिल हो जाता है; तो उसके बाद भारत को भी इसमें शामिल करने की बात को बल मिलेगा।

Read more:

टाइम्स दर्पण यूट्यूब चैनल

Leave a Reply