मानव स्वतंत्रता सूचकांक

मानव स्वतंत्रता सूचकांक (Human Freedom Index) दुनिया में मानव स्वतंत्रता की स्थिति को प्रस्तुत करता है एवं इसका मापन व्यक्तिगत, नागरिक और आर्थिक स्वतंत्रता जैसे व्यापक कारको पर किया जाता है। मानव स्वतंत्रता एक ऐसी सामाजिक अवधारणा है जो व्यक्तियों के गरिमा को महत्व देती है एवं यह मानव प्रगति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

Human Freedom Index (मानव स्वतंत्रता सूचकांक)

मानव स्वतंत्रता सूचकांक एक ऐसा माध्यम है जो स्वतंत्रता और अन्य सामाजिक एवं आर्थिक घटनाओं के बीच संबंधों को अत्यधिक निष्पक्ष रुप से हमारे सामने प्रस्तुत करता है। इसके साथ ही यह सूचकांक स्वतंत्रता के विभिन्न आयामों के बीच परस्पर संबंधों को भी उजागर करता है।

  • इस सूचकांक में देशों को ‘0’ से लेकर ‘10’ तक के बीच में रैंकिंग प्रदान की जाती है। 10 जहां सर्वाधिक मानव स्वतंत्रता को प्रदर्शित करता है तो वही शून्य सबसे निम्न मानव स्वतंत्रता को।
  • यह सूचकांक संयुक्त राज्य अमेरिका में कैटो इंस्टीट्यूट(Cato Institute) और कनाडा में फ्रेजर इंस्टीट्यूट(Fraser Institute) द्वारा मिलकर प्रकाशित किया जाता है।

इस सूचकांक में व्यक्तिगत और आर्थिक स्वतंत्रता के संदर्भ में निम्न क्षेत्रों में 76 पैरामीटर का सहारा लिया जाता है।

  1. रूल आफ लॉ
  2. सुरक्षा और संरक्षा
  3. आंदोलन
  4. धर्म
  5. एसोसिएशन, असेंबली, और सिविल सोसाइटी
  6. अभिव्यक्ति और सूचना
  7. पहचान और संबंध
  8. सरकार का आकार
  9. कानूनी प्रणाली और संपत्ति का अधिकार
  10. साउंड मनी/ हार्ड करेंसी जैसे मौद्रिक संसाधनों तक पहुंच
  11. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार करने की स्वतंत्रता
  12. ऋण, श्रम और व्यवसाय का विनियमन

मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020

संयुक्त राज्य अमेरिका में कैटो इंस्टीट्यूट (Cato Institute) और कनाडा में फ्रेजर इंस्टीट्यूट (Fraser Institute) द्वारा 2008 से 2018 तक के डेटा का उपयोग करके मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020 (Human Freedom Index-2020) जारी किया है।

  • मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020 में कहा गया है; कि वैश्विक स्तर पर 2008 के बाद से व्यक्तिगत स्वतंत्रता (Personal Freedoms) में कमी आई है।
  • मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020 ने व्यक्तिगत, नागरिक और आर्थिक स्वतंत्रता के 76 संकेतकों (Indicators) को कवर किया गया है।

Human Freedom Index-2020 में भारत की स्तिथि

  • व्यक्तिगत(Personal), नागरिक(Civil) और आर्थिक(Economic) स्वतंत्रता की इस वैश्विक रैंकिंग में भारत को 162 देशों में से 111वें स्थान पर रखा गया है। जबकि 2019 में इस सूचकांक में भारत की रैंक 94 थी। इस प्रकार भारत की रैंक में 17 पायदान नीचे हुई है। जो एक चिंता का विषय है।
  • व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मामले में भारत 110 वें स्थान पर और आर्थिक स्वतंत्रता 105वें स्थान पर है; जबकि भारत का मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020 में समग्र स्कोर (Overall Score) 10 में से 6.43 है।
  • मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020 में न्यूजीलैंड को पहला स्थान प्राप्त हुआ है, उसके बाद स्विट्जरलैंड और हांगकांग का स्थान है।
  • भारत के पड़ोसी देशों की मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020 में भारत से बेहतर नहीं है। सूचकांक में चीन को 129 रैंक पर, बांग्लादेश को 139 और पाकिस्तान को 140 पर रखा गया है।
  • मानव स्वतंत्रता सूचकांक-2020 में वेनेजुएला, सूडान और सीरिया को सबसे कम स्वतंत्र देश बताया गया है।
  • अक्टूबर,2020 में लोकतंत्र प्रहरी स्वतंत्रता हाउस (Democracy watchdog Freedom House) की रिपोर्ट ने दिखाया कि भारत में इंटरनेट की स्वतंत्रता लगातार तीसरे वर्ष गिरी है।
  • ग्लोबल इकोनॉमिक फ़्रीडम इंडेक्स-2020 (Global Economic Freedom Index-2020) में भारत की 26 रैंक गिरकर 105 रही। इसे भी कनाडा के फ्रेज़र इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार किया गया था।
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