आवश्यकता किसे कहते हैं? विशेषताएं तथा निर्धारक तत्व
आवश्यकता एक प्रकार से आन्तरिक अवस्था है। हर प्राणी की कुछ-न-कुछ आवश्यकताएं होती है। इनकी सन्तुष्टि तथा असन्तुष्टि से व्यक्ति का व्यवहार प्रभावित होता है। बोरिंग तथा अन्य मनोवैज्ञानिकों ने…
Read Blog on various aspects related to education, edutainment, technology in education, career tips and a lot more
आवश्यकता एक प्रकार से आन्तरिक अवस्था है। हर प्राणी की कुछ-न-कुछ आवश्यकताएं होती है। इनकी सन्तुष्टि तथा असन्तुष्टि से व्यक्ति का व्यवहार प्रभावित होता है। बोरिंग तथा अन्य मनोवैज्ञानिकों ने…
कृषि (Agriculture) मानव समूह द्वारा मिट्टियों पर की जाने वाली कला है, या वह कार्य है, जिससे के परिणाम स्वरूप फसलें उत्पन्न होती है। इस प्रकार विभिन्न समाज में इसको करने…
भारतीय योजना आयोग ने बाल कल्याण का अर्थ ‘‘बालक के सम्पूर्ण कल्याण से लगाया है।’’ इसके अन्तर्गत वे सम्पूर्ण आर्थिक, प्रशासनिक, प्राविधिक शैक्षिक और सामाजिक प्रयत्न आते है जिनका उद्देश्य…
आधुनिक व्यवसाय जगत में कार्यशील पूंजी किसी भी संगठन में एक महत्वपूर्ण वित्त का स्रोत है जो अल्पकालीन वित्त के माध्यम से संगठन की आवश्यकता पूर्ति करती है। व्यावसायिक संस्था…
जब एक उच्च सामाजिक समूह, वर्ण, जाति, उपजाति, कुल एवं गोत्र के लडके का विवाह ऐसी लड़की से किया जाय जिसका वर्ण, जाति, उपजाति, कुल एवं वंश के लडके से…
हड़प्पा सभ्यता (Harappan Civilization) के कुछ रोचक तथ्य
एक भाषा में निहित अर्थ या संदेश को दूसरे भाषा में यथावत व्यक्त करना अर्थात् एक भाषा में कही गई बात को दूसरी भाषा में कहना अनुवाद (Translation) है। अनुवाद…
पाठ्यक्रम (syllabus) वह साधन है, जिसके द्वारा शिक्षा व जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति होती है। यह अध्ययन का निश्चित एवं तर्कपूर्ण क्रम है, जिसके माध्यम से शिक्षार्थी के व्यक्तित्व…