पृथ्वी का लगभग 70% हिस्सा पानी से बना है, इसके बावजूद दुनिया के कई हिस्सों में साफ पानी की कमी है। जल संरक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पर्यावरण की रक्षा करते हुए पानी को शुद्ध और स्वच्छ रखता है। धरती पर जीवन के अस्तित्व को बनाये रखने के लिये जल का संरक्षण और बचाव बहुत जरूरी होता है क्योंकि बिना जल के जीवन सभव नहीं है। पूरे ब्रह्माण्ड में एक अपवाद के रुप में धरती पर जीवन चक्र को जारी रखने में जल मदद करता है क्योंकि धरती इकलौता अकेला ऐसा ग्रह है जहाँ पानी और जीवन मौजूद है।
हमने से कई का मानना है कि हमारी जल आपूर्ति अनंत है क्युकिं पृथ्वी तीन और से जल से घिरा हुआ है और एक ना खत्म होने वाला संसाधन है। लेकिन ऐसा नहीं है समुद्र और महासागर का पानी हमारे जीवन में किसी उपयोग का नहीं है। क्युकि हमारे जीवन जीने के लिए स्वच्छ पानी की जरुरत होती है। पृथ्वी की पानी की ताजा आपूर्ति का केवल 2% बर्फ के टुकड़ों और ग्लेशियरों में बंद है, जबकि पृथ्वी का 97.5% पानी खारा है।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्डस् ब्यूरो के सर्वेक्षण के अनुसार, ये रिकार्ड किया गया है कि लगभग 16,632 किसान (2,369 महिलाएँ) आत्महत्या के द्वारा अपने जीवन को समाप्त कर चुकें हैं, हालांकि, 14.4% मामले सूखे के कारण घटित हुए हैं। इसलिये हम कह सकते हैं कि भारत और दूसरे विकासशील देशों में अशिक्षा, आत्महत्या, लड़ाई और दूसरे सामाजिक मुद्दों का कारण भी पानी की कमी है।
पानी का संरक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पर्यावरण की रक्षा करते हुए पानी को शुद्ध और स्वच्छ रखता है।जल संरक्षण का अर्थ है कि हमारे पानी की आपूर्ति का बुद्धिमानी से उपयोग करना और जिम्मेदार होना। हमारी जल आपूर्ति को सुरक्षित और शुद्ध रखने से आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी की रक्षा होगी।
जल संरक्षण का महत्व
जल संरक्षण हमारे जीवन के आदतों में शामिल होना चाहिए। वैसे यो हमें जल का महत्व से वाकिफ तो होंगे ही आज हम आपके साथ कुछ आंकड़ों को साक्षा करते है जो हमें जल संरक्षण का महत्वता जानने के लिए काफी हो जाते है। हमने कुछ तथ्य दिये हैं जो आपको बतायेगें कि आज हमारे लिये साफ पानी कितना मूल्यवान बन चुका है –
- बहुत सारे लोग जो पानी से होने वाली बीमारियों के कारण मर रहें हैं, 4 मिलियन से ज्यादा हैं।
- साफ पानी की कमी और गंदे पानी की वजह से होने वाली बीमारियों से सबसे ज्यादा विकासशील देश पीड़ित हैं।
- एक दिन के समाचार पत्रों को तैयार करने में लगभग 300 लीटर पानी खर्च हो जाता है, इसलिये खबरों के दूसरे माध्यमों के वितरण को बढ़ावा देना चाहिये।
- पानी से होने वाली बीमारियों के कारण हर 15 सेकेण्ड में एक बच्चा मर जाता है।
- पूरे विश्व में लोगों ने पानी के बॉटल का इस्तेमाल शुरु कर दिया है जिसकी कीमत $60 से $80 बिलियन प्रति साल है।
- भारत, अफ्रीका और एशिया के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को साफ पानी के लिये लंबी दूरी (लगभग 4 कि.मी. से 5कि.मी.) तय करनी पड़ती है।
- भारत में पानी से होने वाली बीमारी के वजह से लोग ज्यादा पीड़ित हैं जिसकी वजह से बड़े स्तर पर भारत की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है।
- पानी का संरक्षण करने से भी ऊर्जा की बचत होती है, केंद्रीय सुविधा से पानी पंप करने के लिए उपकरण चलाने के लिए उच्च मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है। पानी बचाने से ऊर्जा की बचत होगी और आपके कार्बन पदचिह्न कम होंगे।
जल संरक्षण के तरीके
धरती पर सुरक्षित और पीने के पानी के बहुत कम प्रतिशत के आंकलन के द्वारा, जल संरक्षण या जल बचाओ अभियान हम सभी के लिये बहुत जरूरी हो चुका है। एक आकड़ें के मुताबिक घर का कोई सदस्य घरेलू कार्यों के लिये रोज लगभग 240 लीटर पानी खर्च करता है। एक चार सदस्यों वाला छोटा मूल परिवार औसतन 960 लीटर प्रतिदिन और 350400 लीटर प्रतिवर्ष खर्च करता है।
रोजाना पानी को कैसे बचा सकते हैं उसके लिये हमने यहाँ कुछ बिन्दु आपके सामने प्रस्तुत किये हैं:-
- औद्योगिक कचरे की वजह से रोजाना पानी के बड़े स्रोत प्रदूषित हो रहे हैं। जल को बचाने में अधिक कार्यक्षमता लाने के लिये सभी औद्योगिक बिल्डिंगें, अपार्टमेंटस्, स्कूल, अस्पतालों आदि में बिल्डरों के द्वारा उचित जल प्रबंधन व्यवस्था को बढ़ावा देना चाहिये।
- पीने के पानी या साधारण पानी की कमी के द्वारा होने वाली संभावित समस्या के बारे में आम लोगों को जानने के लिये जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाना चाहिये।
- गाँव के स्तर पर लोगों के द्वारा बरसात के पानी को इकट्ठा करने की शुरुआत करनी चाहिये।
- उचित रख-रखाव के साथ छोटे या बड़े तालाबों को बनाने के द्वारा बरसात के पानी को बचाया जा सकता है।
- युवा विद्यार्थियों को अधिक जागरुकता की आवश्यकता है साथ ही इस मुद्दे के समस्या और समाधान पर एकाग्र होना चाहिये।
- लोगों को अपने बागान या उद्यान में तभी पानी देना चाहिये जब उन्हें इसकी जरुरत हो।
- पानी को बचाने के लिये सूखा अवरोधी पौधा लगाना अच्छा तरीका है।
- पानी के रिसाव को बचाने के लिये पाइपलाइन और नलों के जोड़ ठीक से लगा होना चाहिये जो प्रतिदिन आपके लगभग 20 गैलन पानी को बचाता है।
- हमें फलों और सब्जियों को खुले नल के बजाय भरे हुए पानी के बर्तन में धोना चाहिये।
- पौधारोपण को वर्षा ऋतु में लगाने के लिये प्रेरित करें जिससे पौधों को प्राकृतिक रुप से पानी मिलें।
- जल बर्बादी से हमें खुद को बचाने के लिये अपने जीने के लिये जल की एक-एक बूंद के लिये रोज संघर्ष कर रहे लोगों की खबरों के बारे में हमें जागरुक रहना चाहिये।
- जागरुकता फैलाने के लिये हमें जल संरक्षण से संबंधित कार्यक्रमों को बढ़ावा देना चाहिये।
निष्कर्ष
धरती पर जीवन का सबसे जरूरी स्रोत जल है क्योंकि हमें जीवन के सभी कार्यों को निष्पादित करने के लिये जल की आवश्यकता है जैसे पीने, भोजन बनाने, नहाने, कपड़ा धोने, फसल पैदा करने आदि के लिये। पीने के साथ-साथ कृषि के लिए भी हमें जल की बहुत आवश्कता होती है अतः जितना हो सके हमें पानी को संरक्षित करने में योगदान करें और दूसरे को भी जागरूक करें तथा जल का उपयोग सही ढंग से करें तथा पानी की गुणवत्ता को बनाए रखें।