दुल्हन के गृह प्रवेश के समय चावल भरी कलश को क्यों मारी जाती ठोकर? जाने

By : Gulshan Kumar

ठोकर मारने की परंपरा

हिन्दू धर्म में शादी के बाद दुल्हन के गृह प्रवेश के समय चावल भरी कलश में ठोकर लगवाया जाता है आपने सोचा ऐसा क्यों किया जाता है?

कलश में चावल

हिन्दू धर्म में कलश के प्रयोग शुभ कार्य के लिए किये जाते हैं और कच्चे चावल को पूजा में भी उपयोग लाया जाता है।

घर की लक्ष्मी

हिन्दू धर्म में नई दुल्हन को घर की लक्ष्मी की तरह माना जाता है इसलिए कलश में चावल रखकर ठोकर लगवाकर गृह प्रवेश कराया जाता जिसे शुभ माना जाता है।

क्या मान्यता है

ऐसा मान्यता है कि गृह प्रवेश के समय नई दुल्हन अपने साथ धन, संपत्ति, सुख और समृद्धि लाती है।

रस्म का महत्व

हिन्दू धर्म में कलश को पवित्र माना जाता है और चावल को स्थिरता का प्रतीक माना जाता है और चावल भरे कलश घर में पैसे की का प्रतीक माना जाता है।

इसके साथ और रस्म

इस रस्म के बाद एक परात में सिंदूर को घोलकर दुल्हन के पैर को परात में रखवाते हुए गृह प्रवेश करवाया जाता है।