गरीब घर से आने वाले बायजू रविंद्रन कोचिंग से हर माह कमाते है 260 करोड़

आज हमारे देश में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है, आज देश की बहुत ही ज्यादा ही संख्या में युवा जहाँ बेरोजगारी से परेशान है वही केरल का एक जो मात्र दो लाख रुपए से कुछ साल पहले ‘बायजू’ नाम से अपना कोचिंग स्टार्टअप शुरू कर आज अरबपति क्लब में शामिल हो चुका है। इस कोचिंग के संस्थापक बायजू रविंद्रन के अनुसार उनके हर महीने की कमाई 260 करोड़ रुपए से अधिक हो चुकी है। पिछले वर्ष उन्होंने अपनी स्टार्टअप कंपनी ‘बायजू इंडिया’ का सालाना लक्ष्य 1400 करोड़ रुपए रखा था, जो चालू वित्त वर्ष में तीन हजार करोड़ रुपए हो गया है। बायजू रविंद्रन एंटरटेनमेंट क्षेत्र में माउस हाउस डिज्नी की तरह अब देश के लिए एजुकेशन सिस्टम में कुछ कर दिखाना चाहते हैं।

आज समाज के लिए बने प्रेरणास्त्रोत बने बायजू रविंद्रन कन्नूर के एक छोटे से गांव अझीकोड में पढ़-लिखकर अपने दोस्त-मित्रों के कहने पर यह कोचिंग चलाने का काम आज से लगभग नौ साल पहले दो लाख रुपए लगाकर शुरू किया था, जो आज एडटेक कंपनी के रूप में देश का सबसे बड़ा ऑनलाइन एजुकेशन कंटेट उपलब्ध कराने वाला प्लेटफॉर्म बन चुका है।

रविंद्रन को टीचिंग करने की प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली इनके माता पिता दोनों टीचर थे. बचपन में जब रविंद्रन का पढ़ाई में मन नहीं लगता था तो खेलने चले जाते थे। लेकिन रविंद्रन बड़े हुए तो खुद टीचर बनने के सपने देखने लगे। टीचिंग का जॉब तो मिला नहीं, फिर कालीकट यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद एक शिपिंग कंपनी को ज्वॉइन करना पड़ा। उन्ही दिनो रविंद्रन को पता चला कि उनके कुछ सहपाठी एमबीए की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने सोचा, क्यों न वे अपनी नौकरी करते हुए उनकी भी कुछ मदद कर दिया करें। फिर क्या था, पार्ट टाइम वह उन्हे एमबीए की तैयारी भी कराने लगे। सहपाठियों का सक्सेस सामने आने के साथ ही रविंद्रन को कोचिंग क्लास चलाने का पहला आइडिया सूझा। कोचिंग से अच्छी कमाई होने लगी तो वह आसपास के अन्य शहरों में भी जा-जाकर कोचिंग देने लगे। वर्ष 2009 में पहली बार ‘कैट’ के लिए उन्होंने ऑनलाइन वीडियो लर्निंग प्रोग्राम शुरू किया।

उसके बाद उनके दिमाग में इस कोचिंग को एक बड़ी बिजनेस कंपनी बनाने के लिए ऑनलाइन क्लास चलाने का एक और नया आइडिया आया। वह उसे बड़ा प्रोजेक्ट बनाने में जुट गए। शुरुआती दौर में तकनीकी इंफ्रॉस्ट्रक्चर खड़ा कर लेने बाद 2011 में उन्होंने सबसे पहले एक कंपनी के रूप में अपने स्टार्टअप को नाम दिया – बायजू इंडिया (थिंक एंड लर्न)। उसके बाद वर्ष 2015 में उन्होंने अपना फ्लैगशिप प्रोडक्ट BYJU- द लर्निंग एप भी लॉन्च कर दिया। बस इस इसकी कोचिंग का जैसे पंख लग गये इस समय उसका मासिक रेवेन्यू 260 करोड़ तक पहुंच चुका है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो साल पहले फेसबुक फाउंडर मार्क जुकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रिसिला चान अपनी संस्था ‘चान जुकरबर्ग इनिशिएटिव’की ओर से ‘बायजूज इंडिया’ में पांच करोड़ डॉलर का निवेश कर चुकी है। इसके अलावा हाल ही में इस कंपनी में एक हजार करोड़ रुपए का निवेश और हुआ है। इस समय इस स्टार्टअप कंपनी की कुल मार्केट वैल्यू लगभग 39,330 करोड़ रुपए हो चुकी है, जिसमें रविंद्रन की 21 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस हैरतअंगेज कामयाबी का सिला ये है कि एक हजार कर्मचारियों वाली कंपनी ऑनलाइन ‘बायजू इंडिया’ से इस समय जुड़े साढ़े तीन करोड़ छात्रों में से लगभग चौबीस लाख तो पेड सब्सक्राइबर हैं। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान इस कोचिंग कंपनी के ब्रांड एंबेसडर हैं। 

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